कृषि बिल के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान अपनी मांगों को लेकर सरकार से लगातर अपील कर रहे हैं और कोई बात न बन पाने से अब किसानों ने आंदोलन को और तजे करने की बात कह दी है. सरकार और किसानों के बीच टक’राव भी बढ़ता जा रहा है. वहीं बीते दिन विपक्ष के 5 बड़े नेता राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे और उन्होंने मुलाकत कर किसानों के हक़ में अपनी बात रखी. वहीं राहुल गांधी (Rahul Gandhi Support Kisan Andolan) ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि, किसान भाई अपने हक़ के लिए डटे रहें हम सभी आप लोगों के साथ खड़े हैं.
राहुल कहते हैं कि, अगर आज आप लोग नहीं खड़े हुए तो फिर आप कभी खड़े नहीं हो पाएंगे। जाहिर है किसानों के भारत बंद से लेकर आंदोलन को लगातार कई राजनीतिक पार्टियां समर्थन कर रही हैं. उनका कहना है कि, केंद्र सरकार अन्न दाताओं की बात नहीं सुन रही है.
राहुल गांधी बोले- कृषि कानून वापस हो
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi Support Kisan Andolan) ने कहा कि सरकार को किसानों की मांग पर गं’भी’रता से विचार करते हुए मौजूदा कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए। देश का किसान समझ गया है कि मोदी सरकार ने उन्हें धो’खा दिया है और अब वो पीछे नहीं हटने वाला क्योंकि वो जानता है कि अगर आज समझौता कर लिया तो उसका भविष्य नहीं बचेगा। किसान हिंदुस्तान है! हम सब किसान के साथ हैं, डटे रहिए।
जाहिर है किसानों की यही मांग है कि, कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. साथ ही एमएसपी पर भी एक कानून लाया जाए, लेकिन सरकार कानूनों को वापस लेने की बात से इंकार कर रही है. इस वजह से अब किसानों और सरकार के बीच टक’राव की स्थिति बन गई है.
किसानों का आंदोलन होगा और तेज
बता दें कि कृषि कानूनों के विरो’ध में किसान 14 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हैं. सरकार और किसानों के बीच अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है. सभी बातचीत बेनतीजा रही. आज छठे दौर की वार्ता होनी थी, लेकिन उससे पहले मंगलवार शाम को गृह मंत्री अमित शाह की किसान नेताओं से मुलाकात हुई. ये बातचीत भी बेनतीजा रही. जिसके बाद किसान नेताओं ने आज होने वाली वार्ता को स्थगित करने की बात कही थी. सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को भी किसानों ने ख़ा’रिज कर दिया है और अब वह देश भर में प्रद’र्शन तेज करने का एलान कर चुके हैं. किसानों ने कहा है कि, वह भाजपा नेताओं का घे’रा’व करेंगे, हाइवे ब्लॉक करेंगे।
कल की बैठक में तय हुआ था कि सरकार किसानों को लिखित में प्रस्ताव भेजेगी. सरकार की ओर से इसे आज भेजा गया, लेकिन किसानों को ये पसंद नहीं आया. बता दें कि सरकार जहां कृषि कानूनों को वापस ना लेने पर अड़ी है तो किसान कृषि कानून को र’द्द किए जाने की मांग पर अडिग हैं.
रिलायंस मॉल और JIO का बहि’ष्कार करेंगे किसान
मोदी सरकार के प्रस्ताव को किसानों ने ख़ा’रिज कर दिया और आंदोलन और तेज होने वाला है. दरअसल, किसान नेताओं ने कहा कि हमें जो प्रस्ताव मिला है उसे हम पूरी तरह से र’द्द करते हैं. यही नहीं किसानों ने अब बड़ा प्रद’र्शन करने का एलान कर दिया है.
साथ ही अब किसान रिलायंस के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं. उन्होंने कहा- हम रिलायंस सारे मॉल्स का बहि’ष्कार करेंगे. साथ ही 14 तारीख को ज़िला मुख्यालयों को घे’रेंगे. पूरे देश में विरो’ध प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर को जयपुर- दिल्ली हाईवे को रोकेंगे.
14 दिसंबर को पूरे देश में प्रद’र्शन करेंगे किसान
किसानों ने कहा कि वे 14 दिसंबर को पूरे देश में विरो’ध प्रदर्शन करेंगे. वे 12 दिसंबर को पूरे देश के टोल प्लाज़ा जाम कर देंगे. इसी दिन दिल्ली-जयपुर हाईवे को बंद करेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हाईवे इससे पहले भी बंद किया जा सकता है. किसान संगठन के नेता डॉ दर्शनपाल ने कहा कि हम रिलायंस के सारे मॉलों का बहि’ष्कार करेंगे.
जाहिर है किसानों का आंदोलन पिछले काफी समय से जारी है. वह लगातार यह मांग कर रहे हैं कि, कानून वापस लिए जाएं। ऐसा न करने पर उनका आंदोलन जारी रहेगा और अब प्रद’र्शन और तेज होगा। किसान अब हाइवे ब्लॉक करेंगे और साथ ही प्रशासन के कार्ययालयों का घे’राव करेंगे।
भाजपा नेता ने आंदोलन के पीछे बताया चीन और पाकिस्तान का हाथ
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता राव साहब दानवे ने बुधवार को औरंगाबाद में कहा कि दिल्ली के पास चल रहे किसान आंदोलन में पाकिस्तान और चीन का हाथ है. केंद्रीय मंत्री राव साहब दानवे जालना के तकली कोलतेगांव के प्राथमिक आरोग्य केंद्र के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे. वहीं अब केंद्रीय मंत्री के इस ब्यान से किसानों में और अधिक गुस्सा देखने को मिल रहा है.