कृषि कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन को करीब 4 महीने होने वाले हैं. किसान आज भी इन कानूनों को वापस करने की मांग कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ अब किसानों का भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्सा भी काफी बढ़ता जा रहा है. टिकैत (Rakesh TIkait Appeal to Voters) समेत सभी किसान नेता लगातार अलग-अलग राज्यों में महापंचायत कर किसानों को एकजुट कर रहे हैं.
यही नहीं अब तो किसान नेता भाजपा को वोट न देने की भी अपील करने लगे हैं. आज बंगाल समेत अन्य राज्यों में वोटिंग शुरू हो गई है. इस बीच टिकैत ने सभी से अपील की है कि कोई भी भाजपा को वोट न दे.
जुमलों व झूठे सपने दिखाने वालों से बचें- टिकैत
दरअसल राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए मतदाताओं से अपील की है. टिकैत ने लिखा- न’क्का’लों से सावधान, बंगाल, असम के सम्मानित मतदाताओं जुमलो व झूठ के सपने बेचने वालो को वोट न दे। यही नहीं टिकैत ने इस ट्वीट में #NoVoteToBJP का भी इस्तेमाल किया है. वहीं अब टिकैत के इस ट्वीट पर लोगों की भी प्रतिक्रिया सामने आ रही है. ऐसे में अब देखना होगा कि, किसान नेताओं द्वारा भाजपा के खिलाफ जो अभियान चलाया जा रहा है उसका असर वोटों पर कितना पड़ता है.
जाहिर है यह कोई पहली बार नहीं है जब टिकैत (Rakesh Tikait Appeal to Voters) ने भाजपा को वोट न देने की अपील की है. इसकी शुरुआत बंगाल में पहली महापंचायत के साथ ही हो गई थी. इससे पहले भी टिकैत ने केंद्र सरकार पर नाराजगी जताई है.
एक महापंचायत में उन्होंने कहा था कि, केंद्र सरकार बहुत से नए बिल लेकर आ रही है. उन पर सरकार को बात करनी होगी। ये लु’टे’रों की सरकार है, ये देश में नहीं रहेगी, इनको जाना पड़ेगा। किसान नेता ने कहा कि एमएसपी किसानों का हक है, जिसे वो लेकर रहेंगे। अपना हक पाने के लिए देशभर के किसानों को एक साथ आना होगा और इसके लिए सरकार पर दबाव बनाना होगा।
भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं किसान नेता
टिकैत ने कहा कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानून की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जब एमएसपी पर कानून बनेगा तभी किसानों का भला होगा।
जाहिर है यह कोई पहली बार नहीं नहीं है टिकैत ने भाजपा या मोदी सरकार के खिलाफ बोला है. इससे पहले वह बंगाल में पहुंचकर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं और जनता से इनको वोट न देने की अपील भी कर डाली।