कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में किसानो का आंदोलन जारी है. इस आंदोलन का केंद्र अब गाजीपुर बॉर्डर बन चुका है और राकेश टिकैत अब किसानों के सबसे बड़े नेता बनकर सामने आए हैं. जबसे किसान आंदोलन का रुख बदला है उसके बाद से टिकैत हुंकार भरते नजर आ रहे हैं. टिकैत (Rakesh Tikait) ने साफ कर दिया है कि, जब तक बिल वापसी नहीं होगी तब तक घर वापसी नहीं होगी। यही नहीं टिकैत ने कहा कि, किसान न सर्दी से झुका और न अब गर्मी देखकर भागेगा। वह लगातार यहीं डटा रहेगा।
जाहिर है किसान अब जो दिल्ली की ओर आ रहे हैं. वह सभी अपने-अपने ट्रैक्टर ट्रॉलियों में कूलर और अन्य जरुरी सामान लेकर आ रहे हैं जिससे गर्मियों में परेशानी का सामना न करना पड़े. इधर टिकैत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा- किसान पीछे नहीं हटेगा, हम यहां पर कूलर फिट करवा देंगे।
गर्मी के आंदोलन चलाने के लिए टिकैत ने कर रखा है इंतजाम?
गौरतलब है कि, किसान आंदोलन का रुक पिछले एक महीने से पूरी तरह से बदल चुका है. एक तरफ जहां दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलनरत हैं. तो वहीं दूसरी तरफ देश के कई शहरों में लगातार एक के बाद एक महापंचायतें हो रही हैं. इन महापंचायतों में राकेश टिकैत समेत कई किसान नेता भी किसानों को संबोधित कर रहे हैं और उनको जागरूक होने की बात कह रहे. दरअसल टिकैत ने न्यूज नेशन के एक रिपोर्टर से बात करते हुए इन सवालों का जवाब दिया है जिस वीडियो को उन्होंने रीट्वीट भी किया है.
इधर अब गर्मी आने वाली है, ऐसे में अब बड़ा सवाल है कि, जिस तरह से टिकैत ने आंदोलन को अक्टूबर तक चलने की बात कही है. तो क्या दिल्ली की भी’षण गर्मी में भी किसान खुले आस्मां के नीचे टेंट के अंदर गुजर बसर कर पाएंगे। इसपर टिकैत ने कहा- हम गर्मी के लिए पूरा इंतजाम करेंगे। टेंटों में कूलर और अन्य जरुरी सुविधा करा देंगे। हमारे किसान भाई अब पीछे नहीं हटेंगे, सर्दी को मात दे दी. अब गर्मी में भी अपनी मांगों को लेकर हमारा आंदोलन चलता रहेगा।
बता दें कि, हाल ही में कुछ फोटोज समाने आई थीं जिसमे किसान हरियाणा और पंजाब से आंदोलन में शामिल होने आ रहे थे. वह सभी अपनी-अपनी ट्रॉलियों में कूलर और फ्रीज भी लेकर जाते नजर आये थे. इससे यह नजर आ रहा है कि, अब किसानों ने गर्मी को भी पार पाने के लिए पूरा मन बना लिया है.
टिकैत का बयान सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/NewsNationTV/status/1361243988846514179
महापंचायतों से क्या असर पड़ेगा
किसान आंदोलन के बीच राजस्थान से लेकर पंजाब और हरियाणा से लेकर उत्तर प्रदेश तक महापंचायतें हो रही हैं. इन मंचायतों में हजारों और लाखों की संख्या में किसान नजर आ रहे हैं. ऐसे में अब इस भीड़ को देखते हुए सियासी हल’चल भी तेज है और विपक्ष कह रहा है कि, अब रुख बदलने वाला है. जाहिर है किसान नेताओं के साथ ही राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, जयंत चौधरी समेत अन्य नेता भी महापंचायत को संबोधित कर रहे हैं.
इन महापंचायतों को लेकर राकेश टिकैत ने कहा- यह पंचायतें अब हवा का रुख बदलने वाली हैं. सरकार के फैसले को लेकर किसानों में काफी नाराजगी है और वह सभी सरकार के खिलाफ हो गए हैं. टिकैत कहते हैं कि, सरकार जबतक बिल वापस नहीं लेगी तब तक किसान वपस नहीं जाने वाले हैं.