कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज भी जारी है. देश भर में जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं. तो वहीं अब दिल्ली बॉर्डर पर किसान भी नियमों का पालन करते हुए अपना आंदोलन जारी रखे हैं. किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh TIkait Said Farmer will win) का साफ़ कहना है कि, किसान बिना बिल वापस हुए नहीं जायेंगे। वह पहले भी सरकार को चेतावनी भरे अंदाज में कह चुके हैं कि, कोरोना का बहाना बनाकर वह किसानों को नहीं हटा सकते। अब एक बार फिर टिकैत ने हुंकार भरी है और इस आंदोलन को जारी रखने की बात कही.
जी हां किसानों के आंदोलन को करीब 4 महीने से अधिक हो रहा है. गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर तीनों जगहों पर किसान जत्थेबंदियां अभी भी बैठे हैं. वह वहां पर नियमों का पालन करते हुए अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं.
एक तरफ जहां हरियाणा सीएम से लेकर कई अन्य नेता किसानों से वापस जाने की अपील कर चुके हैं. तो उधर किसानों का कहना है कि, वह बिना बिल वापसी घर वापस नहीं जायेंगे।
किसानों के आंदोलन को राकेश टिकैत (Rakesh Tikait Big Statement) समेत अन्य नेता सोशल मीडिया पर भी सक्रीय किये हुए हैं. वह लगातार ट्विटर पर पोस्ट करते रहते हैं और आंदोलन को जारी रखने की बात कह चुके हैं. इस बीच उन्होंने ने एक बार फिर ट्वीट किया और लिखा- ल’ड़ा’ई लंबी चलेगी, कितने महीने चलेगी, कोई नहीं जानता। लेकिन एक चीज़ तय है कि किसान इसे बिना जीते वापस नहीं जाएंगे। यही नहीं इसके साथ टिकैत ने #ल’ड़े’गे_जीतेगे का भी इस्तेमाल किया है.
आपको बता दें कि, इस आंदोलन को 4 महीने हो चुके हैं और आज भी किसानों के जज्बे कायम है. किसानों के हौसले डिगे नहीं हैं, उनका कहना है कि, सरकार से हमारी यह ल’ड़ा’ई जारी रहेगी और जब तक बिल वापस नहीं हो जाते वह वहीं डिगे रहेंगे। अब देखना होगा कि, आखिर यह आंदोलन कब तक यूं ही जारी रहता है और आगे इसपर क्या फैसला होता नजर आएगा।
जाहिर है इससे पहले किसान नेता अलग-अलग शहरों में जाकर महापंचायतों का आयोजन भी कर रहे थे. जोकि अब कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से रोक दिया गया है. लेकिन इससे पहले तक देश के हर शहर में जाकर किसान नेता महापंचायत कर किसानों को एक साथ आने और जागरूक होने की बात कह रहे थे.