आर्यन खान को जेल भेजने वाले अधिकारी समीर वानखेड़े अब खुद ही मुश्किल में घि’रते नजर आ रहे हैं. जिस तरह से किरण गोसावी के बॉडी गार्ड और एनसीबी के पंच ने खुलासे किये हैं उसके बाद से एनसीबी लगातार सवालों के घेरे में है. इस सनस’नीखे’ज खुलासे के बाद से देश की सियासत में भी हल’चल तेज हो गई है. संजय राउत ने तो मुंबई पुलिस से इस मामले में संज्ञान लेकर कार्रवाई करने के आदेश दे डाले हैं. उनका कहना है कि, इस तरह से एनसीबी महाराष्ट्र को बद’नाम करने में लगी है.
इस कार्रवाई और जांच के आदेश की बात सामने आते ही समीर वानखेड़े अब एक्टिव हो गए. ऐसा लग रहा है कि, उनको अब खुद आरोपों से डर लगने लगा है. बहरहाल वह पहले कह चुके हैं कि, वह जेल जाने से नहीं डरते हैं और अगर नवाब मलिक कार्रवाई करना चाहते हैं तो वह जांच करवा लें.
आपको बता दें कि, Prabhakar सेल नामक एक व्यक्ति ने हलफनामा जारी कर बहुत ही बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने सीधे तौर पर आर्यन की गिरफ्तारी को एक वसू’ली करार दे दिया था.
प्राभाकर ने आरोप लगाया कि, किरण गसावी जोकि आर्यन केस में एनसीबी का गवाह है वह करोड़ों के लेनदेन की बात कर रहा था. वह खुद भी कार से कैश लेकर एक दूसरे इंसान सैम डिसूजा को दिया था. यही नहीं उसने कहा कि, उसने गोसावी को यह कहते सुना था कि, समीर वानखेड़े को 8 करोड़ देने हैं इसलिए 18 करोड़ में डील सेट कर लो.
इन आरोपों और खुलासे के बाद से समीर वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. महाराष्ट्र सरकार के कई नेता और मंत्री अब एनसीबी के पीछे लग गए हैं. नेताओं का आरोप है कि, समीर वानखेड़े को खासकर बॉलीवुड को बद’नाम करने और टारगेट करने के लिए भेजा गया है.
इन आरोपों और संजय राउत द्वारा मुंबई पुलिस को मामले को संज्ञान लेकर जांच करने की बात कहने के बाद समीर वानखेड़े सामने आये. उन्होंने एक लेटर लिखकर मुंबई पुलिस से अपील की है. वानखेड़े ने पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले को लिखे अपने एक पेज के पत्र में कहा कि उन्हें पता चला है कि कुछ अज्ञात व्यक्ति क’थित सतर्कता सं’बं’धी मामले में फं’साने के लिये उनके खिलाफ सा’जिश के तहत कानूनी कार्रवाई की योजना बना रहे हैं.
अपने पत्र में उन्होंने आगे कहा कि उप महानिदेशक (DDG) मुथा अशोक जैन ने पहले ही इस मामले को आवश्यक कार्रवाई के लिए NCB के महानिदेशक (DG) को भेज दिया है. यानी वानखेड़े ने पुलिस अधिकारी से अपील कर यह बतान चाहा कि, उनको झूठे केस में फं’सा’या जा सकता है. इसलिए पुलिस और क़ानूनी कार्रवाई पर रोक लगाई जाए.
उधर प्रभाकर के खुलासे के बाद महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि एनसीबी के गवाह ने जिस प्रकार के बयान दिए हैं, वे गं’भी’र हैं. समीर वानखड़े जब से इस विभाग में आए, उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को टारगेट किया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को बद’नाम करने की सा’जि’श थी. करोड़ों रुपए की वसू’ली करने का काम हो रहा था.
नवाब मलिक ने कहा कि दो केस चल रहे हैं लेकिन पूरे साल में एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. लोगों को बुलाया जाता है और उनसे पैसे लिए जाते हैं. फर्ज़ी केस बनाए जाते हैं. अगर जांच होगी तो और खुलासे होंगे. हम मुख्यमंत्री से एसआईटी की जांच की मांग करते हैं.
तो संजय राउत ने भी एक वीडियो ट्वीट कर बड़े सवाल खड़े किये. राउत ने एक वीडियो पोस्ट किया है उसमे किरण गोसावी जो एनसीबी का गवाह है उसके साथ आर्यन बैठे नजर आ रहे हैं. वीडियो को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, गोसावी आर्यन के कुछ स्टेटमेंट फोन में रिकॉर्ड कर रहा है.
इसको शेयर करते हुए राउत ने लिखा- आर्यन केस के गवाह से एनसीबी ने सादे पेपर पर साइन करवाया. यह बेहद ही हैरान करने वाला है. यह भी खबर है कि, भारी अमाउंट भी मांगा गया.