पिछले कुछ दिनों से फारूक अब्दुला और महबूब मुफ्ती अपने बयानों की वजह से आलोचना का सामना कर रहे हैं. वहीं 370 की बहा’ली को लेकर नेता लगातार बयान दे रहे हैं और पूरा जो’र लगाए हैं. इसको लेकर अब संजय राउत (Sanjay raut angry on Farooq) ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला पर गुस्सा जाहिर किया है. आपको बता दें कि, इससे पहले भी संजय ने कहा था कि, इन लोगों को हिरा’सत में लेकर अंडमान भेज देना चाहिए।
दरअसल फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि वो जम्मू-कश्मीर का पुराना दर्जा बहाल होने तक नहीं म’रें’गे। फारूख के इस बयान को लेकर संजय राउत ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला चाहें तो पाकिस्तान जा सकते हैं और वहां आर्टिकल 370 लागू कर सकते हैं।
पाकिस्तान जाकर लागू करें 370
फारूक के ब्यान पर नारा’ज’गी जाहिर की और जम’कर ख’री ख’री सुनाई। मीडिया से बात करते हुए संजय राउत (Sanjay raut angry on Farooq) ने कहा, ‘यदि फारूक अब्दुल्ला चाहते हैं तो वह पाकिस्तान जा सकते हैं और वहां अनुच्छेद 370 को लागू कर सकते हैं। भारत में अनुच्छेद 370 और 35 ए के लिए कोई स्थान नहीं है।’
पिछले हफ्ते ही राउत ने फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को लेकर बयान देते हुए कहा था, ‘चाहे फारूक अब्दुल्ला हों या महबूबा मुफ्ती, अगर कोई भारत के संविधान को चुनौ’ती देने के लिए चीन की मदद लेने की बात करता है, तो उन्हें 10 साल के लिए जेल भेजा जाना चाहिए।’
फारूक ने कहा था- 370 वापस लेकर ही रुकेंगे
शुक्रवार को फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah said Hindustan is Mine) ने जम्मू में एक कार्यक्रम के दौरान वर्कर्स से बात की और कहा कि जो लोग उन्हें पाकिस्तान जाने का मशविरा दे रहे हैं, उन्हें ये समझ लेना चाहिए कि अगर हमें पाक चले जाना होता तो हम 1947 में ही चले जाते।
फारूक ने कहा कि ये हमारा भारत हैं, लेकिन हमारा हिंदुस्तान गांधी का हिंदुस्तान है बीजेपी का नहीं। फारूक ने संबोधन में यह भी कहा कि वो जम्मू-कश्मीर का पुराना दर्जा बहाल होने तक नहीं म’रें’गे।
पाकिस्तान जाना होता तो 1947 में ही चले जाते
जम्मू में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए फारूक ने कहा कि अगर हमें पाकिस्तान ही जाना होता तो हम 1947 में ही चले गए होते। उस वक्त हमें रोकने वाला कोई भी नहीं था। लेकिन हमनें हिंदुस्तान में रहने का फैसला किया और ये हमारा देश है।
हमारा देश गांधी का देश है, ना कि बीजेपी का देश। अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते समय भावुक होकर फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि पूर्ववर्ती राज्य के लोगों का संवैधानिक अधिकार बहाल होने तक वह नहीं म’रें’गे।
फारूक और महबूबा को 10 साल के लिए अंडमान भेज देना चाहिए- राउत
आपको बता दें कि, इससे पहले भी संजय राउत ने फारूक के बयान पर गुस्सा जाहिर किया था. उन्होंने कहा था, ‘चाहे फारूक अब्दुल्ला हों या महबूबा मुफ्ती, अगर कोई भारत के संविधान को चुनौती देने के लिए चीन की मदद लेने की बात करता है, तो उन्हें गिरफ्तार करके 10 साल के लिए अंडमान में भेज देना चाहिए।
वे कैसे आजाद घूम रहे हैं ?’ इससे पहले 14 महीने की नजर’बं’दी से रिहा होने के बाद अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि उनकी पार्टी भारतीय तिरंगा नहीं फहराएगी, जब तक कि उन्हें जम्मू-कश्मीर का झंडा फहराने की इजाजत नहीं दी जाती।
मेहबूबा ने कह था- हम तिरंगा नहीं फहराएंगे!
हाल ही में महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti Statement on 370) का 370 और तिरंगे का अप’मान किये जाने को लेकर उनकी चौतरफा आलोचना हुई. श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर का राज्य ध्वज लगाया. गौर करने वाली बात ये है कि ये झंडा धा’रा 370 हटाए जाने से पहले राज्य इस्तेमाल कर रहा था. संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुफ्ती ने कहा कि जब तक केंद्र सरकार हमारे हक (370) को वापस नहीं करते हैं, तब तक मुझे कोई भी चुनाव ल’ड़’ने में दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 370 को बहा’ल करने तक मेरा सं’घ’र्ष खत्म नहीं होगा.
यही नहीं इस दौरान महबूबा ने बिहार चुनाव को लेकर पीएम मोदी पर भी नि’शाना साधा. पीडीपी प्रमुख महबूबा ने कहा, वोट मांगने के लिए उनके पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है. वे कहते हैं कि आप जम्मू-कश्मीर में जमीन खरीद सकते हैं, हमने धा’रा 370 को नि’रस्त कर दिया है. फिर उन्होंने कहा हम मुफ्त में टी’के देंगे. आज प्रधानमंत्री ने वोट के लिए धा’रा 370 की बात की. यह सरकार इस देश के मुद्दों को हल करने में विफल रही है.