पिछले काफी समय से कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर तमाम सारी खबरें देखने और सुनने को मिल रही हैं. इसी बीच खबर आई कि, अब शरद पवार UPA अध्यक्ष की कमान संभाल सकते हैं. बताया जा रहा है कि, महाराष्ट्र और देश की राजनीति के दिग्गज नेताओं में शुमार किए जाने वाले शरद पवार (Sharad Pawar become UPA President ) यूपीए अध्यक्ष पद (UPA Chairperson) के लिए सबसे मजबूत प्रत्याशी बनकर उभरे हैं. अगले महीने सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के हटने के बाद वो यूपीए के अध्यक्ष चुने जा सकते हैं. इस खबर को लेकर अब संजय राउत (Sanjay Raut Praise Sharad Pawar) की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने इस बात पर काफी ख़ुशी जताई और कहा अगर ऐसा होता है तो बहुत अच्छा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सोनिया गांधी ने पद पर बने रहने की अनिच्छा जाहिर की है. सोनिया गांधी का मानना है कि इस पद के लिए उपयुक्त नेता जल्द ही मिल जाएगा. अब माना जा रहा है कि शरद पवार यूपीए अध्यक्ष पद के सबसे मजबूत प्रत्याशी हैं. हालांकि इसको लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान या एलान नहीं हुआ है. लेकिन सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है.
शरद पवार UPA अध्यक्ष बनेंगे तो हमेस ख़ुशी होगी- संजय राउत
शारद पर के UPA अध्यक्ष बनने की खबर पर संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा- “अगर पवार सर यूपीए का चेयरपर्सन बनते हैं तो हमें खुशी होगी. लेकिन, मैंने यह सुना है कि उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर मना कर दिया है. अगर यह प्रस्ताव आधिकारिक तौर पर सामने आता है तो हम उसका समर्थन करेंगे.” राउत (Sanjay Raut Praise Sharad Pawar) ने आगे कहा कि कांग्रेस अब कमजोर हो गई है और विपक्ष को एक साथ आने और यूपीए को मजबूत करने की जरूरत है.
हालांकि, एनसीपी ने गुरूवार को पवार के यूपीए चेयरपर्सन बनने की किसी भी तरह की संभावना को खा’रिज कर इसे “आधा’रही’न मीडिया की कया’सबा’जी” करार दिया. एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा- पवार के यूपीए चेयरपर्सन बनने को लेकर मीडिया में आधा’रही’न रिपोर्ट्स हैं.
शरद पवार संभाल सकते हैं UPA की कमान?
दिग्गज नेता और एनसीपी प्रमुख के UPA अध्यक्ष बनने की खबर तेजी से वायरल हो गई. हर तरफ इस बात की चर्चा हो रही है कि, वह ही अब अगले अध्यक्ष बन सकते हैं. ऐसे में अगर अब शरद पवार UPA क कमान संभालते हैं तो अब कांग्रेस में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. इसके अलावा खबर यह भी है कि, कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए अगले साल के शुरुआती महीनों में चुनाव हो सकता है.
इसका कारण ये है कि राहुल गांधी ने अध्यक्ष बनने को लेकर अपनी अनिच्छा जाहिर कर दी है. लोकसभा चुनाव के बाद राहुल के अध्यक्ष पद से हटने की वजह से सोनिया गांधी को एक बार फिर यह जिम्मेदारी संभालनी पड़ी थी. लेकिन बीते महीनों के दौरान कांग्रेस में टॉप लीडरशिप को लेकर सवाल भी खड़े किए गए हैं.
पूरी तरह होगा सोनिया का रिटायरमेंट
रिपोर्ट्स की मानें तो इस बार सोनिया गांधी का रिटायरमेंट पूरी तरह से होगा. पिछली बार वो कांग्रेस अध्यक्ष पद से तो हट गई थीं लेकिन यूपीए अध्यक्ष पद पर बनी हुई थीं. इस वजह से जल्द ही कांग्रेस और यूपीए दोनों के ही अध्यक्ष चुने जाएंगे.
यूपीए अध्यक्ष पद के लिए क’द्दा’वर नेता की तलाश
यूपीए अध्यक्ष (Sharad Pawar Become UPA President) पद को लेकर एक ऐसे नेता की तलाश की जा रही है जो क’द्दा’वर हो, साथ ही दूसरी पार्टियों के साथ तालमेल बिठाने में कुशल हो. क्षेत्रीय क्षत्रप जैसे ममता बनर्जी और एमके स्टालिन संभवत: राहुल गांधी के साथ तालमेल न बिठा सकें. साथ ही कांग्रेस बीते सालों में कमजोर भी हुई है. यूपीए में कांग्रेस की है’सि’यत भी कमजोर पड़ी है. ऐसे में किसी ऐसे नेता की तलाश है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट’क्क’र देने में पूरी तरह सक्षम हो.
पवार का नाम सबसे मजबूत
रिपोर्ट्स की मानें तो पवार का नाम इसके लिए सबसे मजबूत है. इस मराठा नेता के तकरीबन सभी पार्टियों के साथ बेहतर सं’बं’ध हैं. और यह बात महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद काफी हद तक साबित भी हुई. चुनाव के बाद शरद पवार ही कांग्रेस और शिवसेना को साथ लेकर आए थे और सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी को विपक्ष में बैठना पड़ा.