देश में जहां चुनावी माहौल देखने को मिल रहा है. तो वहीं इन सब के बीच एक बार फिर IIFA अवार्ड सुर्ख़ियों में आ गया है. दरअसल इस साल का IIFA एमपी के इंदौर में होना है. इसको लेकर अब मुख़्यमंत्री शिवराज चौहान (Shivraj Chauhan ON IIFA award) की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है. उनका कहना है कि, आइफा एमपी में आयोजित नहीं कराये जाएगा।
वह कहते हैं कि, इस तरह का तमा’शा पसंद नहीं है. तो आइये आपको बताते हैं कि, आखिर क्या है यह पूरा मामला। तो वहीं सीएम शिवराज के इस बयान पर पूर्व सीएम कमलनाथ का भी जवाब आया है और उन्होंने कहा- यह जनता तय करेगी की कार्यक्रम होगा या नहीं।
शिवराज बोले- iifa का तमा’शा नहीं होगा
जी हां फिल्म इंडस्ट्री में पिछले कुछ दिनों से मची हल’चल के बीच अब मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान (Shivraj chauhan On IIFA award Ceremony) ने बड़ा बयान दिया है. दरअसल गांधी जयंती के एक समारोह के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा- कोरोना का सं’क’ट का’ल है. ऐसे हा’ला’त में iifa समारोह त’र्कसं’गत ही नहीं है. iifa जैसे तमा’शे को मैं बिलकुल पसंद नहीं करता. मध्यप्रदेश में iifa के तमा’शे की कोई जरूरत नहीं है.
यही नहीं उन्होंने आगे कहा- ‘मुझे पता चला है कि करीब चार करोड़ रुपये iifa के नाम पर उद्योगपतियों से लिए गए हैं. यह सब ठीक नहीं है.’ आपको बता दें कि, कुछ समय पहले एमपी में IIFA के आयोजन का एलान हुआ था. इस दौरान पूर्व सीएम कमलनाथ भी मौजूद रहे थे. लेकिन अब सरकार बदल जाने के बाद मुख़्यमंत्री शिवराज ने स’ख्त रुख दिखाते हुए कहा है कि, अब प्रदेश में कोरोना के बीच अभी यह कार्यक्रम नहीं होगा।
पहले भी होता रहा है विरो’ध
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमलनाथ सरकार के iifa समारोह आयोजन का भाजपा शुरुआत से ही वि’रो’ध कर रही थी. सत्ता में आने के साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि मध्यप्रदेश में iifa अवार्ड समारोह की जरूरत नहीं है. वहीं अब उनकी तरफ से यह बड़ा बयान सामने आ गया है. उन्होंने IIFA को तमा’शा बताते हुए कहा कि, यह कार्यक्रम नहीं होने देंगे हमें पसंद नहीं है.
शिवराज ने ली बैठक
बताया जा रहा है कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने iifa अवॉर्ड समारोह के सं’बं’ध में अधिकारियों की बैठक ली. उसमें उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी राशि उद्योगपतियों से जुटाई गई है वो अब तक विभागों के पास ही है. वो पैसा उद्योगपतियों को लौटाया जाए.
कमलनाथ ने दिया जवाब
तो वहीं शिवराज चौहान द्वारा IIFA को लेकर दिए गए बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जवाब दिया है. उन्होंने साफ कहा कि iifa के लिए किसी से कोई पैसा नहीं लिया गया है. ये भ्रा’मक और गलत प्रचार किया जा रहा है कि कमलनाथ का कहना है कि iifa तमा’शा है या नहीं इस बात का फैसला जनता करेगी. ऐसे में अब दोनों नेताओं के बयान से ऐसा लग रहा है कि, आइफा को लेकर अब दोनों आमने-सामने आ गए हैं. अब देखना होगा कि, क्या IIFA आयोजित होता है या नहीं।