स्मृति ईरानी राहुल गांधी पर पलटवार करने का एक भी मौका नहीं छोड़ती हैं. वह उनके बयानों को लेकर उनकी जमकर आलोचना करती हैं और फटकार लगाती हैं. इस कड़ी में अब एक बार फिर स्मृति ईरानी (Smriti Irani angry on Rahul Gandhi) ने राहुल के एक बयान पर नाराजगी जताते हुए खरी खो’टी सुनाई। दरअसल हाल ही में राहुल ने केरल में एक बयान दिया था जिसके बाद से उनकी काफी आलोचना हो रही है. इसी को लेकर स्मृति ईरानी ने उन्हें एहसानफरामोश और घ’टि’या राजनीति करने वाला इंसान बताया। स्मृति ईरानी ने यह तक कह डाला कि, अब उनका कोई भविष्य है नहीं।
यही नहीं राहुल के बयान को लेकर सत्ताधारी दल के कई नेता उनकी आलोचना कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्रियों ने कांग्रेस नेता पर ‘अवसरवादी’ होने के साथ ही यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने दक्षिणी राज्य केरल में दिए अपने भाषण से उत्तर भारतीयों का अनादर किया.
राहुल का कोई भविष्य नहीं है- ईरानी
केरल में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान का उल्लेख करते हुए स्मृति ईरानी ने उन्हें ‘एहसान फरामोश’ बताया और कहा कि इस तरह के व्यक्ति के बारे में लोकप्रिय कहावत है ‘थोथा चना बाजे घना. ईरानी ने कहा- राहुल को अमेठी की जनता ने 15 साल झेला है. अब कितना झेलेगी, लेकिन वो अब हारने के बाद जनता का अप’मान कर रहे हैं.
यही नहीं ईरानी ने न्यूज 24 चैनल के एक रिपोर्ट के सवालों का जवाब देते हुए भी राहुल पर हम’ला बोला। उन्होंने कहा- मैं भी पहले अमेठी से चुनाव हार चुकी हूं, दिल्ली से हारी हूं लेकिन मैंने कभी भी इन जगह के लोगों का अनादर नहीं किया। लेकिन राहुल गांधी के मन में अमेठी के लोगों के प्रति काफी नफ’रत है. यह पूछे जाने पर की क्या फिर भविष्य में राहुल अमेठी आएंगे। इसपर स्मृति ने कहा- आपको लगता है राहुल गांधी का कोई भविष्य है, मुझे तो नहीं लगता अब उनको जनता स्वीकारेगी।
स्मृति ईरानी का पूरा बयान सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/news24tvchannel/status/1364551903657349120
राहुल गांधी पर अवसरवादी होने का आरोप
राहुल द्वारा दिए गए बयान को बीजेपी ने उत्तर भारतीयों के खिलाफ बताया और बीजेपी के कई नेताओं ने गांधी पर निशाना साधा. आरोप लगाया कि वह अवसरवादी हैं जबकि उन्होंने और उनके परिवार के सदस्यों ने उत्तर प्रदेश में अमेठी से कई चुनाव जीते हैं. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक ट्वीट में कहा, “कुछ दिन पहले वह (गांधी) पूर्वोत्तर में थे, भारत के पश्चिमी हिस्से के खिलाफ जह’र उगल रहे थे.
आज वह दक्षिण में उत्तर के खिलाफ ज’हर उगल रहे हैं. विभा’जन और शासन की राजनीति काम नहीं करेगी राहुल गांधी जी! लोगों ने इस राजनीति को खारिज कर दिया है. देखें गुजरात में आज क्या हुआ!” वह परोक्ष तौर पर गुजरात में स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा की जीत की ओर इशारा कर रहे थे.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ‘मैं दक्षिण से आता हूं. मैं पश्चिमी राज्य से एक सांसद हूं. मैं उत्तर में पैदा हुआ, शिक्षित हुआ और काम किया. मैंने दुनिया के सामने पूरे भारत का प्रतिनिधित्व किया. भारत एक है. किसी भी क्षेत्र को कमतर नहीं करें. हमें कभी विभा’जित न करें.”
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
दरअसल राहुल ने केरल में एक सभा के दौरान कहा था कि, “हाल ही में, मैं अमेरिका में कुछ छात्रों से बात कर रहा था और मैंने कहा कि मुझे वास्तव में केरल जाना अच्छा लगता है और मुझे वायनाड जाना बहुत पसंद है. कार्यक्रम में कहा था कि मैं 15 साल तक उत्तर भारत में सांसद था। मुझे एक अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी। मेरे लिए केरल आना बेहद नया था क्योंकि मुझे अचानक लगा कि यहां के लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं और जमीनी तौर पर मुद्दों के विस्तार में जाने वाले है.
यह केवल स्नेह के चलते नहीं है, क्योंकि स्नेह बेशक है, बल्कि इस वजह से कि आप जिस तरह से अपनी राजनीति करते हैं. अगर मैं कहूं तो आप जिस बुद्धिमत्ता के साथ अपनी राजनीति करते हैं. इसलिए मेरे लिए, यह एक सीखने का अनुभव और आनंद है.”