देश भर की फिल्म इंडस्ट्री में सबसे बड़ी बॉलीवुड इंडस्ट्री पिछले 2 सालों से जहां नुक्सान में नजर आ रही है. तो वहीं साउथ सिनेमा ने सालों पुरानी बॉलीवुड इंडस्ट्री को मानों पीछे कर दिया है. पिछले कुछ समय में दर्शकों को साउथ की फ़िल्में ख़ासा पसंद आ रही हैं. जिसका असर बॉलीवुड की फिल्मों पर पड़ रहा है.
हालिया रिलीज पुष्पा ने तो बॉलीवुड के बड़े बड़े फिल्म मेकर्स की नींद उड़ा दी है. ऐसे में अब हर किसी के मन में सवाल आ रहा कि, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है.
साउथ सिनेमा अब देश के साथ ही दुनिया भर में पसंद और देखा जा रहा है. इसकी बढ़ती लोकप्रियता से बॉलीवुड के अंदर ही अंदर काफी परेशानी खड़ी हो रही है. बड़े बड़े फिल्म मेकर्स अब अलग रणनीति बनाने की सोच रहे हैं. पिछले कुछ साल में आई साऊथ की फिल्मों ने बेशुमार कमाई की है.
गौरतलब है कि, 2021 में जहां बड़ी बड़ी बॉलीवुड फ़िल्में कुछ खास कमाल नहीं कर पाई. वहीं आइकन स्टार अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुषपा’ रिलीज के दो महीने बाद भी चर्चा में बनी हुई है. यही नहीं दिलचस्प बात तो यह है कि, अभी भी इस फिल्म की कमाई जारी है.
अब साउथ की फिल्मों का लगातार बढ़ता दबदबा देख दर्शक भी हैरान हैं. कई तो अब पूरी तरह से साउथ स्टार्स को स्पोर्ट करते नजर आ रहे हैं. साऊथ की फिल्मों का क्रेज शुरू हुआ था मशहूर निर्देशक एसएस राजामौली की फिल्म ‘बाहुबली’ के साथ जो अब पुष्पा के साथ बरकरार है.
बाहुबली:
जी हां एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी यह फिल्म अब तक के सिनेमा इतिहास की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म है. यह दो पार्ट में रिलीज हुई और यह एकमात्र फिल्म रही जो हर व्यक्ति को पसंद आई.
इस फिल्म के साथ ही हिंदी भाषी दर्शकों ने ‘प्रभास’ को जाना और उनकी पहली ही फिल्म देख लोग दीवाने हो गए. बाहुबली द बिगनिंग साल 2015 में 10 जुलाई को रिलीज हुई थी. पहली पहली बार हिंदी बेल्ट के सिनेमा घरों में इस तरह की फिल्म लगी जिसका खास प्रमोशन भी नहीं हुआ था. लेकिन जैसे जैसे लोग देखते गए उसके साथ ही फिल्म की कमाई आसमान छूती चली गई.
करीब 150 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 600 करोड़ से अधिक की कमाई की थी. कमाई के साथ ही फिल्म को क्रिट्क्स और दर्शक दोनों ने जमकर सराहा.
इसके बाद 2017 में इसका दूसरा पार्ट ‘बाहुबली द कंक्लूशन आई जिसने तो बॉक्स ऑफिस पर एक नया इतिहास ही लिख दिया। इस फिल्म ने भारत में ही 1300 करोड़ के लगभग का कारोबार किया था, विदेश में भी फिल्म को काफी पसंद किया गया और इस वजह से इसकी कुल कमाई 2100 करोड़ के करीब रही थी.
KGF
इस लिस्ट में दूसरी फिल्म है रॉकस्टार यश स्टारर KGF. बता दें कि, यश एक कन्नड़ अभिनेता हैं जिनकी यह पहली फिल्म एक साथ 5 भाषाओँ में रिलीज की गई थी. लेकिन प्रभास की तरह ही यश भी पहली ही फिल्म से देश भर के लोगों के दिलों पर राज करने लगे.
हर किसी को यह फिल्म काफी पसंद आई जिसका सीधा फायदा फिल्म की कमाई में देखने को मिला। हिंदी में सिर्फ इस फिल्म ने 70 करोड़ से अधिक की कमाई के साथ बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया था. इस फिल्म का दुसरा पार्ट अब इस साल 2022 में रिलीज होने को तैयार है. फिल्म में यश एक गरीब परिवार के लड़के की भूमिका में थे जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर नाम कमाया था.
Pushpa द राइज 1
जी हां सब तक की सबसे अधिक सफलता पाने वाली साउथ फिल्मों में अल्लू अर्जुन ने तो एक अलग ही रिकोर्ड बना डाला है. हालांकि अल्लू अर्जुन को लोग पहले भी टीवी पर देखते आये हैं, लेकिन उनकी इस फिल्म का जादू न सिर्फ जनता पर बल्कि बड़े बड़े सितारों और खिलाडियों पर भी चढ़ गया है.
अल्लू अर्जुन की यह फिल्म रिलीज के 2 महीने बाद भी सिनेमा घरों में लगी हुई है. यानि इतने लम्बे समय बाद भी दर्शक फिल्म देखने जा रहे हैं और यही वजह है कि, अब फिल्म 100 करोड़ क्लब में शामिल हो गई है। फिल्म के डायलॉग और गाने तो हर किसी की जुबान पर चढ़े हुए हैं और सोशल मीडया पर हर तरफ यही छाया हुआ है.
Sahoo और दरबार
लिस्ट में प्रभास की ही ‘Sahoo’ का भी नाम जोड़ा जा सकता है. हालांकि इस फिल्म को उतनी बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी थी. कमाई के मामले में यह कुछ खास नहीं थी. फिल्म के बजट के हिसाब से कमाई कम थी.
वहीं रजनीकांत की फिल्म ‘दरबार’ भी काफी चर्चा में रही थी और लोगों ने काफी पसंद की थी. लेकिन यहां भी अगर कमाई के लिहाज से देखेंगे तो उतनी अधिक सफलता हाथ नहीं लगी थी. बहरहाल अब साऊथ फिल्मों के बढ़ते क्रेज को देखते हुए बॉलीवुड को संभल जाना चाहिए नहीं तो बड़ी दिक्कत आने वाले समय में देखने को मिल सकती है.
गौर करने वाली बात यह ही कि, साऊथ की फ़िल्में जो सफलता के नए आयाम छू रही हैं. उनकी कहानी बेहद साधारण जीवन शैली पर आधारित दिखाई गई है.
बाहुबली को छोड़ दें तो केजीएफ और पुष्पा दोनों में गरीब लड़के को अमीर होता और उसके बड़ा आदमी बनने के जूनून को जिस तरह से दिखाया गया है वह दर्शकों को भा गया. लेकिन बॉलीवुड की फिल्मों में ऐसा कम ही देखने को मिलता है. यहां पर हीरो को बड़े बड़े घर का और रईस दिखाया जाता है. इससे जनता सीधे तौर पर कनेक्ट नहीं हो पाती है.