जी हां बीते दिन कानपुर में एक बार फिर एक एन्का’उंटर हुआ है. लेकिन इस बार अलग यह है कि, अब गाड़ी नहीं प’लटी। अब आप सोच रहे होंगे कि, आखिर यह क्या मामला है. तो हम आपको बताते हैं कि, हाल ही में UP STF ने एक बार फिर से उसी घ’टना स्थल पर निरीक्षण किया और मामले की जांच के लिए बारीकी से एक एक करके हर दृश्य को फिल्माया गया.
विकास दुबे के एन्का’उंटर का हुआ री कंस्ट्रक्शन
जी हां इन दिनों स्पेशल टीम SIT कानपुर के बिकरू गांव में मौजूद है. फोरेंसिक टीम के साथ एसटीएफ की टीम मामले की ग’हनता से जांच कर रही है. इस दौरान अब तक की खुला’से भी हुए हैं. वहीं बीते दिन विकास के एन’काउंटर को सचेंडी में हाईवे पर री-कंस्ट्र’क्शन (ना’ट्य रूपांत’रण) हुआ। जिस दिन विकास को ढे’र (UP STF Re construct The Vikas Enco’unter Scene) दिया गया, उस दिन हा’दसे में गा’ड़ी प’लटी थी। लेकिन इसको दोहराते समय गा’ड़ी तो नहीं पलटाई गई पर बाकी पूरी तरह से वही सी’न का रू’पांतरण किया गया। गाड़ी के पीछे वाले दरवाजे से विकास बगल में बैठे इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी की पि’स्टल छीन’कर भागा और एसटीएफ के साथ पुलिस की टीम ने महज तीन मिनट में मु’ठभे’ड़ के दौरान उसके सी’ने में दो और कमर में एक गो’ली मा’रकर ढे’र कर दिया। पूरा सीन री-क्रिएट किया गया और फोरेंसिक टीम ने समझा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, घट’ना की हकीकत जानने के लिए लखनऊ से विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम स’चेंडी स्थि’त घ’टनास्थल पहुंची। इसके बाद टीम में मौजूद एसटीएफ और पुलिस के जवानों ने पूरे क्रा’इम सी’न का री-कं’स्ट्रक्शन किया। इस दौरान वहां पर लोगों की भीड़ भी जमा रही और लोगों ने अधिकारियों द्वारा फिल्माए जा रहे इस सीन को बढे ध्यान से देखा और समझा।