कु’ख्यात अप’राधी के खा’त्मे की कहानी भी बिलकुल फ़िल्मी अंदाज में हुई है. पहले वह घट’ना को अंजाम देकर कई दिनों तक फरार रहता है और यूपी पुलिस से बचते हुए उज्जैन पहुंच जाता है. यहां पर बकायदा नहा धो कर महादेव के दर्शन करने जाता है जहां एक सिक्योरिटी गार्ड उसको (Vikas dubey Encou’nter) पहचान लेता है जिसके बाद पुलिस आती है और उसको दबो’च लेती है.
इसके बाद यूपी एसटीएफ विकास को लेकर कानपुर आ रही होती है तभी यहां पहुंचने से पहले पुलिस की गाड़ी पलट जाती है जिसके बाद वह भागने की कोशिश करता है और जवाबी का’र्रवाई वह ढे’र हो जाता है.
उज्जैन में स’रेंडर के बाद लेकर आई थी UP STF
जी हां बीते 3 जुलाई को कानपुर के बिकरू में द’बिश देने गई पुलिस वालों की टीम पर घा’त लगाकर ह’मला कर विकास दुबे (Kanpur History sheeter Vikas dubey) और उसके गु’र्गों ने 8 पुलिसकर्मियों की ह’त्या कर दी थी. इसके बाद से ही वो लगातार 6 दिन से फरार था और पुलिस की टीम उसकी तला’श के लिए कई जगह छा’पे मारे.
गुरुवार 9 जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर के पास उसने सरें’डर किया था और पुलिस ने उसे गिर’फ्तार कर लिया था. इसके बाद पुलिस ने विकास दुबे को यूपी एसटीएफ की टीम के हवाले कर दिया था, जिसे लेकर एसटीएफ की टीम कानपुर के लिए रवाना हुई थी.
पुलिसकर्मी की पि’स्तौल लेकर की भागने की कोशिश
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार 10 जुलाई की सुबह एसटीएफ की टीम कानपुर जिले में पहुंच गई थी और उसे किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया जा रहा था, लेकिन इसी बीच पुलिस की गाड़ी पलट गई. जानकारी के मुताबिक विकास ने पुलिसकर्मी से ही पि’स्तौल छी’नी और भागने की कोशिश की. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी दौरान उसने पुलिस वालों पर ह’मला किया जिसके बाद जवाबी कार्र’वाई में उसको ढे’र (Vikas dubey Enco’unter) कर दिया गया.
पुलिस ने बार-बार स’रेंडर करने को कहा
जानकारी के मुताबिक, ऐसा कहा जा रहा है कि, पुलिस वालों ने विकास को सरें’डर करने को कहा पर वो नहीं माना. पुलिस वालों के लाख समझाने के बाद भी उसने फा’यरिंग शुरू कर दी और मा’रा गया. घ’टनास्थल के आस-पास रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्होंने गो’लियां चलने की आवाज सुनी थी.