देश भर में इन दिनों कोरोना (Corona virus) का कहर देखने को मिल रहा है. वहीं केंद्र सरकार के साथ ही राज्य सरकारें भी इससे लोगों को बचाव और एहतियात बरतने की बात कह रही हैं. इसी बीच अब योगी सरकार(Yogi government on Corona) ने इसको लेकर एडवाइजरी जारी कि है जिसमे कहा गया है कि, अगर कोरोना का कोई भी संदिग्ध मरीज जांच कराने से मना करेगा तो घर उसको बलपूर्वक अस्पताल में भर्ती कराया जायेगा।
संदिग्ध मरीज को आइसोलेट करेंगे अधिकारी
जी हां देश में कोरोना वायरस (Corona virus) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अब प्रदेश सरकारें अलर्ट मोड में हैं. जहां कुछ राज्य सरकारों ने इस महामारी घोषित कर दिया है, वहीं अब इसको लेकर योगी सरकार (Yogi government on corona) ने एडवाइजरी जारी की है जिसमे कुछ अधिकारियों को खास जिम्मेदारी और अधिकार दिए गए हैं. यदि कोरोना का कोई भी संदिग्ध पाया जाता है तो अधिकारी उसको आइसोलेट करवाएंगे. मना करने की स्थिति में उनको बलपूर्वक आइसोलेट करवाया जायेगा। यही नहीं, कोरोना को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन को कई तरह के प्रतिबंध लगाने का अधिकार भी दे दिया गया है। उसे संक्रमण पाए जाने वाले विशेष क्षेत्र को सील करने, प्रभावित क्षेत्र से जनसंख्या के प्रवेश और निकास पर प्रतिबंध के साथ क्षेत्र में वाहनों का संचालन रोकने का अधिकार रहेगा।
संक्रमित व्यक्ति को प्रमाण पत्र, विशेष छुट्टी मिलेगी
यही नहीं प्रदेश सरकार की तरफ से यह भी कहा गया है कि, जिला मजिस्ट्रेट सीएमओ की संस्तुति पर संक्रमित व्यक्ति को प्रमाण पत्र जारी करेगा। इसे व्यक्ति के नियोक्ता को मानना होगा और उसे विशेष छुट्टी देनी होगी। इस विनियमावली का उल्लंघन करने वाले को आईपीसी के दंड भी दिया जा सकेगा।