कश्मीरी पंडितों के दर्द को बयान करती हैं फिल्म शिकारा, ट्रेलर देख आंखें हो जाएंगी नम

साल 1990 में जब भारत के एक शहर कश्मीर में पंडितों पर जुल्म ढाये गए, जिसके बाद 4 लाख से अधिक लोग थे अपना सब कुछ छोड़ दूसरे राज्यों में विस्थापित हुए. जी हां कश्मीरी पंडितों पर हुए जुल्म और अत्याचार की पीड़ा फिर ताजा होने वाली है। दरअसल फिल्म निर्माता और निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा कश्मीरी पंडितों (kashmiri pandit) पर हुए जुल्म की कहानी को बड़े पर्दे दिखाने जा रहे हैं, जिसका ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है. फिल्म का नाम है शिकारा जो कश्मीरी पंडितों के दर्द को बयान करती है.

करीब ढाई मिनट के फिल्म के इस ट्रेलर (Shikara Trailer) में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार से लेकर उनके विस्थापन की कहानी दिखाई गई है. इसको देखकर आपकी आंखें नम हो जाएंगी।

कश्मीरी पंडितों के दर्द को बयान करती है फिल्म शिकारा

विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘शिकारा’ का लोगों को बेसब्री से इन्तजार था, जो अब खत्म हो गया है. दरअसल फिल्म का ट्रेलर (Shikara Trailer) रिलीज कर दिया गया है जिसमे कश्मीरी पंडितों (Kashmiri pandit) का दर्द देखकर आप सभी की आंखें नम सी हो जाएंगी। करीब ढाई मिनट के ट्रेलर की शुरुआत होती है जब एक घर पर अचानक कुछ लोग आग के गोले और पत्थर बरसा रहे होते हैं. यह देखते ही घर में मौजूद लोग काफी हैरान और डर जाते हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा होता है कि, वह आखिर अब क्या करें। इसके बाद अनाउंसमेंट होने लगता है कि, आपके पास कुछ वक्त का समय है जल्द आप लोग कश्मीर छोड़कर चले जाएं। इस तरह के नोटिस जगह-जगह लगा दिए गए.

देखते देखते कई हजार कश्मीरी पंडितों को अपना घर बार, संपत्ति सब कुछ छोड़कर दूसरे राज्यों में विस्थापित होना पड़ा था. यह फिल्म उन पंडितों के दर्द को बयान करती है जिसको देखकर आपकी आंखें नम जाएंगी।

बता दें कि, फिल्म के ट्रेलर (Shikara trailer) रिलीज होने से पहले इसका एक मोशन पोस्टर रिलीज हुआ था और जिसमें लिखा था- ‘1990 में स्वतंत्र भारत में सबसे बड़ा जबरन पलायन हुआ, जिससे 4,00,000 से अधिक कश्मीरी पंडितों को कश्मीर घाटी से रातों-रात छोड़ना पड़ा था. कश्मीर में जब कश्मीरी पंडितों पर जुल्म ढाये गए थे उस वक्त हालत बहुत गंभीर थे और लोग अपनी जान बचाने के लिए अपना घर बार, संपत्ति सब छोड़कर दूसरे राज्यों में विस्थापित होने को मजबूर हो गए थे.

Leave a Comment