BMC ने सोनू सूद के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत, रिहायशी बिल्डिंग को होटल में तब्दील करने का आरोप!

मजदूरों के मसीहा बन चुके अभिनेता सोनू सूद से जुडी अब एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. दरअसल बीएमसी ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है. इस खबर को सुनकर हर कोई हैरान है, दरअसल बीएमसी (BMC Filed complaint against Sonu sood) ने शिकायत में कहा है कि, सोनू ने एक रिहायशी बिल्डिंग को बिना परमिशन के होटल में तब्दील किया है. इसको लेकर बीएमसी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। वहीं इस खबर को लेकर लोग भी अब सोशल मीडिया पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

तो वहीं मामले को लेकर सोनू सूद की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है और उन्होंने इसको पूरी तरह से ख़ारिज कर दिया। तो आइये आपको बताते हैं कि, आखिर सोनू सूद ने आरोपों पर क्या कहा है.

बीएमसी ने अपनी शिकायत में क्या कहा है?

लॉक डाउन में हजारों लोगों की मदद करने वाले सोनू पर बीएमसी ने बड़ा आरोप लगाया है. रिहायशी बिल्डिंग को होटल में तब्दील करने का आरोप लगते हुए पुलिस को शिकायत की.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएमसी (BMC Filed complaint against Sonu sood) की ओर से दी गई कंप्लेंट में कहा गया है कि सोनू सूद ने मुंबई में एबी नायर रोड पर स्थित शक्ति सागर बिल्डिंग को बिना परमिशन के ही होटल में तब्दील कर लिया है। शक्ति सागर एक रिहायशी बिल्डिंग है और उसका कॉमर्शियल इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। यह महाराष्ट्र रीजन एंड टाउन प्लानिंग एक्ट के सेक्शन-7 के तहत दं’ड’नीय है। बीएमसी ने सोनू सूद पर इमारत के हिस्से को बढ़ाने, नक्शे में बदलाव करने और इस्तेमाल में बदलाव का आरोप लगाया है।

नोटिस के बावजूद अनधिकृत निर्माण का आरोप

बीएमसी ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि सोनू सूद ने खुद ही जमीन के इस्तेमाल में बदलाव कर लिया है। इसके अलावा तय प्लान से अतिरिक्त निर्माण कराया है।

सोनू सूद के खिलाफ बीएमसी ने दर्ज कराई शिकायत

इसके लिए उन्होंने अथॉरिटी से जरूरी मंजूरी भी हासिल नहीं की है। अभिनेता पर नोटिस को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया है। BMC ने अपनी कंप्लेंट में कहा है कि नोटिस दिए जाने के बाद भी वह लगातार अनधिकृत निर्माण कराते रहे।

सोनू ने आरोपों को किया खारिज

बीएमसी द्वारा शिकायत किये जाने और आरोप पर सोनू ने प्रतिक्रिया दी और इसे बिलकुल गलत बताया. टाइम्स ऑफ इंडिया से इस पर बात करते हुए एक्टर ने कहा, ”जो भी बदलाव हुए हैं उसके लिए बीएमसी से अप्रूवल लिया गया था. ये अप्रूवल महाराष्ट्र कोस्टल जोन मैनेजमेंट अथॉरिटी से होना था. कोविड-19 की वजह से ये अप्रूवल नहीं मिल पाया.

जरूरतमंदों की मदद के लिए सोनू सूद ने कई बैंकों से लिया लोन

हमारी तरफ से कोई अनियमितता का मामला नहीं हुआ है. मैंने हमेशा कानून का पालन किया है. ये होटल कोविड-19 के समय कोरोना वॉरियर्स के लिए घर बन गया था. अगर अनुमति नहीं मिलती तो मैं इसे फिर से आवास की तरह बना दूंगा. यही नहीं सोनू आगे कहते हैं कि, मैं बीएमसी के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील करुंगा.”

BMC के नोटिस के खिलाफ अदालत गए थे सोनू

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि बीएमसी से जारी नोटिस के खिलाफ सोनू सूद ने मुंबई कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी, लेकिन उन्हें वहां से अंतरिम राहत नहीं मिल पाई थी।

Sonu sood helping workers in Mumbai

कोर्ट ने सोनू सूद को हाईकोर्ट में अपील करने के लिए तीन सप्ताह का वक्त दिया था। कोर्ट की ओर से दिया गया तीन सप्ताह का वक्त बीत चुका है और उन्हें अनधिकृत निर्माण को न तो हटाया और न ही इस्तेमाल में तब्दीली के फैसले से पीछे हटे हैं। ऐसे में हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

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