लॉक डाउन: बंद हुआ होटल.. तो असहाय और गरीब लोगों को रोजाना खाना बांटने का शुरू किया काम..

लॉक डाउन के बाद से लगभग सभी काम ठप हो गए हैं. ऐसे में जहां लोगों को इस लॉक डाउन के समय में नुकसान उठाना पड़ रहा है, तो इसी बीच एक ऐसे शख्स भी हैं जो काम ठप होने पर भी बैठे नहीं। जी हां पटना के एक होटल मालिक (Hotel Owner serving Food to Needy) ने लॉक डाउन की वजह से काम बंद होने के बाद भी अपने कर्मियों को काम पर लगाकर लोगों की मदद करने का काम कर रहे हैं.

दरअसल बिहार के पटना शहर के रहने वाले एक होटल संचालक (Patna Hotel owner) ने काम बंद होने पर अब जरूरतमंद, असहाय और गरीब लोगों को खाना खिलाने का काम शुरू कर दिया है.

रोजाना बांट रहे 500 फूड पैकेट

दरअसल यह पूरा मामला है पटना के कंकड़बाग का, यहां के रहने वाले आरके चौधरी अब रोज सुबह बारह बजे से लेकर दोपहर तीन बजे तक कंकड़बाग के साई बाबा मंदिर के आस-पास और कंकड़बाग में पांच सौ फूड पैकेट बांटने का काम रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, होटल संचालक (Hotel owner) का कहना है कि, इस संकट के समय में अगर मैं लोगों के काम आ सकता हूं तो मेरे लिए काफी सौभाग्य की बात होगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, आरके चौधरी जी का पटना के कंकड़बाग में होटल है. वह बताते हैं कि लॉकडाउन में उनका फूड बिजनेस तो ठप्प है लेकिन वो अपने स्टाफ को रोज बुला रहे हैं ताकि वो इस मुश्किल घड़ी में लोगों को खाना खिला सकें. इसमें सबसे ज्यादा गरीब लोग हैं जो सड़कों पर रहते हैं, भीख मागंते है और दिहाड़ी मजदूरों का परिवार है. जाहिर है मंदिरों के आसपास रहने वाले लोग और कचरा बीनने वाले लोग मंदिर के सहारे ही रहते थे. जो मंदिरों में जाकर के अपना पेट भरते थे.

वहीं अब लॉक डाउन के बाद से सब बंद है तो उनके सामने भी समस्या खड़ी हो गई है. ऐसे में उन्होंने इन लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का फैसला लिया और ऐसे लोगों के लिए रोजाना 500 पैकेट फूड बाँट रहे हैं.

सफाई-सुरक्षा का रखा जाता है ख्याल

लोगों को खाना बांटने के साथ ही इस दौरान साफ़ सफाई का भी ख़ास खयाल रखा जाता है. यही नहीं खाना बनाने वाले अनिल कहते हैं कि हम पूरी सफाई और सुरक्षा से लोगों के लिये खाना बनाते हैं. कोरोना वायरस के समय हम हर तरह से सुरक्षा का ख्याल रखते हुए खाना पहुंचा रहे हैं. हम सब ग्लब्स और मास्क हर वक्त लगाके रहते हैं .

Leave a Comment