नहीं रहे मशहूर शायर Munawwar Rana, गांव पहुंचकर Javed Akhtar ने दिया कंधा.. देखें भावुक पल का वीडियो

देश के सबसे मशहूर शायर में से एक मुनव्वर राणा दुनिया को अलविदा कह गए. पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे मुनव्वर ने बीती रात आखिरी साँस ली. अब उनके आदिम विदाई में देश भर के कई लोग पहुँच रहे हैं. इसी कड़ी में देश के सबसे मशहूर लिरिक्स राईटर और हिंदी सिनेमा के दिग्गज जावेद अख्तर भी उनके गाँव पहुंचे. जावेद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में बना हुआ है जिसमे वह मुनव्वर राणा की अर्थी को कंधा देते हुए नजर आ रहे हैं.

जाहिर है मुनव्वर राणा (Munawwar Rana Funeral) देश के सबसे मशहूर शायरों में से एक हैं. उनकी शायरी फिल्मों से लेकर लिटरेरी फेस्टिवल तक में देखी और सुनी जाती हैं. बीते कुछ दिन से वह बीमार चल रहे थे जिसके बाद उनकी कल रात देहांत हो गया. इस खबर के सामने आते ही हर तरफ लोग मायूस हो गए और उनके चाहने वाले अब उनकी शायरी को याद करते हुए अपना दर्द साझा कर रहे हैं.

ज़िंदगी तू कब तलक दर-दर फिराएगी हमें, टूटा-फूटा ही सही घर-बार होना चाहिए, किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई, मैं घर में सब से छोटा था मेरे हिस्से में मां आई’ जैसी कुछ उनकी मशहूर शायरिया हैं जो लोगों के दिलों दिमाग में बसी हुई हैं. इन पंक्तियों को पढ़कर हर प्रेमी का प्रेम जाग उठता है.

उधर अब उनके गुजार जाने के बाद यह सब याद किया जा रहा है. इस बीच सोशल मीडया पर लगातार लोग मुनव्वर राणा के देहांत पर दुःख जता रहे हैं. इसी बीच हिंदी सिनेमा के सबसे दिग्गज राइटर जावेद अख्तर (Javed Akhtar at Munawwar Funeral) भी उनके गाँव पहंचे. जावेद का एक वीडियो चर्चा में बना हुआ है जिसमे वह मुनव्वर की अर्थी को कंधा देते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में जावेद अर्थी को अपने हाथों से उठाये हैं और हाथ लगाए हैं. साथ में तीन लोग और नजर आ रहे हैं.

जावेद सबसे आगे चलते हुए भावुक नजर आ रहे हैं. आपको बता दें मुनव्वर राणा की शायरियां सालों से सुनी जा रही हैं. अब आगे भी उनके कुछ महशूर किस्से और शायरी जन्मांतर तक लोगों के जहन में रहेंगे. लोग लगातर उनकी शायरियां शेयर कर उनके श्रद्धांजलि दे रहे हैं. नेता से लेकर अभिनेता तक हर कोई उनके गुजर जाने पर दुःख जता रहा है.

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