कृषि कानून वापस होने का एलान सुन ब’म’क गई कंगना, PM के फैसले पर जमकर जताई नाराजगी..

करीब एक साल से चल रहे किसानों के आंदोलन से जुडी आज बहुत बड़ी खबर सामने आई. प्रधानमंत्री ने अचानक सुबह सुबह बड़ा एलान करते हुए तीनों कृषि कानून वापस लेने का एलान कर डाला. बस इस खबर के सामने आने के बाद मानों हर तरफ भू’चा’ल सा आ गया और देश का हर एक व्यक्ति बस इसी पर चर्चा और बात करता नजर आ रहा है. इस फैसले के बाद से किसानों के बीच जश्न का माहौल देखने को मिल रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडया पर कई भाजपा समर्थक नाराजगी जता रहे हैं. अब भला इतना बड़ा निर्णय हो और कंगना की प्रतिक्रिया कैसे सामने नहीं आती.

जी हां मोदी सरकार की बहुत बड़ी समर्थक माने जाने वाले कंगना का कृषि कानून को वापस लेने के फैसला देखकर मानों दिल टूट गया हो. कंगना ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये नाराजगी जताई और फिर से बेहद विवा’दित बात कह दी.

कृषि कानून वापस होने का फैसला सुन टूट गया कंगना का दिल

गौरतलब है कि, पीएम मोदी द्वारा लिए गए इस फैसले पर किसी को भी विश्वास नहीं हो रहा है. देश का हर व्यक्ति हैरान रह गया. आखिर किसान आंदोलन को एक साल पूरे होने जा रहे हैं और अब तक भाजपा के कई नेता आंदोलनकारियों को गलत मानते रहे हैं.

ऐसे में अब अचानक सरकार का पिघ’लना और कानून वापस लेने के फैसले को किसन मज़बूरी बता रहे हैं. उनका कहना है कि, आगामी चुनाव में हार मिलती देख यह फैसला लिया गया है. तो इधर कंगना भी जो अक्सर सरकार के हर फैसले का स्वागत करती रही हैं. वह इस फैसले से काफी आहत सी नजर आ रही हैं.

कृषि कानून वापस होने का फैसला सुन टूट गया कंगना का दिल

बता दें कि, कंगना ने इंस्टाग्राम पर एक स्क्रीनशॉट शेयर कर लिखा, “दु’ख’द, श’र्म’नाक, बिल्कुल अनुचित. अगर संसद में चुनी हुई सरकार की जगह सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया.. तो यह भी एक जि’हा’दी राष्ट्र है. उन सभी को बधाई जो इसे इस तरह चाहते थे.”

वहीं दूसरे पोस्ट में उन्होंने दि’वं’गत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, जब देश की अंत’रा’त्मा गहरी नींद में है, तो ल’ट्ठ ही एकमात्र समाधान है और ताना’शा’ही ही एकमात्र संकल्प है.. जन्मदिन मुबारक हो प्रधानमंत्री जी।” आज इंदिरा गांधी की 104वीं जयंती। अब कंगना की यह पोस्ट काफी सुर्ख़ियों में बनी हुई है और लोग एक बार फिर उनकी जमकर आलोचना करते नजर आ रहे हैं.

कृषि कानून वापस होने का फैसला सुन टूट गया कंगना का दिल

तो वहीं कई लोग हैरानी भी जता रहे हैं कि, आखिर वह पीएम मोदी के फैसले का विरोध कैसे कर रही हैं. यह तो जगजाहिर है कि कंगना खुलकर भाजपा सरकार का समर्थन करती हैं. यह एक नहीं बल्कि कई मौकों पर देखने को मिला है.

उधर कृषि कानून वापस लिए जाने फिल्म इंडस्ट्री से कई और लोगों की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. इसमें मजदूरों के मसीहा सोनू सूद का भी नाम शामिल है.

उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए लिखा, किसान वापिस अपने खेतों में आयेंगे, देश के खेत फिर से लहराएंगे, धन्यवाद नरेन्द्र मोदी जी, इस ऐतिहासिक फैसले से किसानों का प्रकाश पूरब और भी ऐतिहासिक हो गया. जय जवान जय किसान.

फिल्म डायरेक्टर अनिल शर्मा बोले, मैं बहुत खुश हूं मोदी जी का आज सुबह भाषण सुना उन्होंने तीनों कृषि कानून वापस ले लिए हैं. सभी किसान भाइयों को बधाई ईश्वर उनको खुश रखे. हमारा देश कृषि प्रधान देश है. मैं मोदी जी की तरफ से यह बहुत अच्छा कदम है. मैं किसानों से अनुरोध करता हूं कि वो अपने घर लौट जाएं, उन्होंने जो प्रयास किया है वह सफल हुआ है. सभी को बधाई.

बता दें कि, आज शुक्रवार को सुबह पीएम नरेंद्र मोदी ने 2020 में संसद में पारित तीन कृषि कानूनों को निर’स्त करने का फैसला किया. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि, आज मैं आपको, पूरे देश को बताने आया हूं, कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है. इस महीने शुरू होने वाले संसद सत्र में, हम इन तीन कृषि कानूनों को निर’स्त करने के लिए संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा करेंगे.

singhu border par kisanon ka dera

पंजाब और हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में किसानों का एक वर्ग लगभग एक साल से विरोध प्रदर्शन कर रहा था, और कृषि कानूनों को निर’स्त करने की मांग कर रहा था.

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