किसान आंदोलन: कंगना रनौत को जस्सी ने लगाई फट’कार, कहा- चापलूसी की भी हद होती है..

कृषि बिल के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. पिछले 6 दिनों से लगातार किसान दिल्ली बॉर्डर पर डेरा जमाये बैठे हैं और इनकी संख्या अब बढ़ती ही जा रही है. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के बाद अब एमपी से भी किसान दिल्ली पहुँच रहे हैं. उनका कहना है कि, अगर सरकार ने किसानों की सम’स्या हल नहीं कि, तो वो पूरी दिल्ली बंद कर देंगे। वहीं किसानों के आंदोलन को लेकर फिल्म स्टार्स से लेकर खिलाड़ी भी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इसमें कंगना रनौत (Kangana ranaut or jassi) का नाम भी शामिल है जो लगातार किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर एक्टिव नजर आ रही हैं.

कंगना ने किसान आंदोलन को शाहीन बाग़ से कम्पेयर कर दिया जिसको लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है. कंगना के ट्वीट पर पंजाबी सिंगर भी गुस्सा हो गए और उन्होंने फट’कार लगाई। दरअसल कंगना (Kangana ranaut or Jassi over kisan andolan) ने ट्वीट कर लिखा- “मोदी जी कितना समझाएंगे, कितनी बार समझाएंगे? शाहीन बाग में ख़ू’न की नदियां बहाने वाले भी खूब समझते थे की उनकी नागरिकता कोई नहीं छी’न रहा, लेकिन फिर भी उन्होंने दं’गे किए देश में आ’तंक फैलाया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब पुरस्कार भी जीते, इस देश को ज़रूरत है धर्म और नैतिक मूल्यों की.. ”

कंगना रनौत को जस्सी ने लगाई फटकार

कंगना के इस ट्वीट पर जसबीर जस्सी (jasbir Jassi takes on Kangana) ने लिखा, “मुंबई नगर निगम ने एक चबूतरा तो’ड़ा था तो दुनिया सिर पे उठाए घूमती थी. किसान की मां ज़मीन दांव पर लगी है और बात करती है समझाने की. किसान के हक़ नहीं बोल सकती तो उसके खिलाफ तो मत बोलो @KanganaTeam. चापलूसी और बेश’र्मी की भी कोई हद होती है.”

कंगना ने जस्सी का दिया जवाब

वहीं कंगना और जस्सी के बीच फिर इस मुद्दे को लेकर काफी बह’स हुई और दोनों ने एक दूसरे को जवाब दिया। कंगना ने जस्सी को जवाब देते हुए लिखा, “जस्सी जी इतना ग़ुस्सा क्यू हो रहे हैं, #FarmersBill2020 एक क्रां’तिका’री बिल है, यह किसानों को सशक्तिकरण की एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा. मैं तो किसानों के हक़ की बात कर रही हूं, आप किसके हक़ की बात कर रहे हैं पता नहीं”

इसके बाद जस्सी ने लिखा, “कंगना जी ये कौनसा रेवोलुशन है जो किसानों को समझ नहीं आ रहा सिर्फ आपको और सरकारी ट्वीटर ट्रॉल्स को समझ आ रहा है ? मैंने पूरा बिल पढा है उसमें रेवोलुशन किसानों के लिए नहीं प्राइवेट प्लेयर्स और उद्योगपतियों के लिए है। किसान अपना अच्छा बुरा सोच सकता है, आप उनके लिए मत सोचो”

कंगना ने खुद को बताया किसान परिवार का सदस्य

इससे जवाब में कंगना ने खुद को किसान परिवार से बताया और नए कृषि बिलों की तारीफ की. उन्होंने लिखा, “मैं भी एक किसान परिवार से हूँ, आपने कौन सा बिल पढ़ा है? अगर बिल पढ़ा होता तो साफ़ दिखता की जिन किसानों को नई सुविधाएँ नहीं चाहिए वो पुराने तरीक़े से लेन देन कर सकते हैं, new bill also provides the option of the previous structure if some are comfortable with that they can choose.”

दिल्ली के सभी बॉर्डर पर जमा हो रहे हैं लाखों किसान

बता दें केंद्र के नए कृषि बिलों का पंजाब में शुरुआत से ही विरो’ध हो रहा था लेकिन 6 दिन पहले पंजाब-हरियाणा के किसानों ने दिल्ली कूच कर दिया। पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया। वहीं मामले की गं’भी’रत को देखते हुए केंद्र सरकार भी एक्टिव हुई किसानों से 3 दिसंबर को बातचीत करने पर अड़ी सरकार ने सोमवार को जिद छोड़ दी और 1 दिसंबर को 32 किसान संगठनों के नेताओं को बातचीत के लिए विज्ञान भवन बुलाया है.

singhu border par kisanon ka dera

सभी किसान इस वक्त सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर डेरा डाले बैठे हुए हैं. उनका कहना है कि, वह जब तक यहां से नहीं हिलेंगे जब तक केंद्र सरकार बिल वापस नहीं ले लेती और उनकी समस्या का हल नहीं करेगी। ऐसे में देखना होगा कि, आखिर अब यह आंदोलन कहां जाकर खत्म होता है. बता दें कि, किसान अपने साथ पूरा इंतजाम लेकर आये हैं. राशन से लेकर टूथपेस्ट हर एक समान किसानों के पास है और उन्होंने अब केंद्र सरकार से ल’ड़ा’ई लेने के लिए पूरा जोर लगा दिया है. देखना होगा कि, कल एक बार फिर मीटिंग में क्या कोई हल निकलता है या नहीं।

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