प्रियंका- चंदे का दुरू’पयोग करना पा’प है, BJP नेता बोले- आपने तो दिया नहीं था? तो पेट में दर्द क्यों..

रामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट पर आप नेता द्वारा लगाए गए आरो’पों के बाद से हल’चल तेज हो गई है. इन आरो’पों को लेकर विपक्ष मोदी और योगी सरकार पर निशाना साध रहा है और सवाल खड़े कर रहा. वहीं इन आरोपों को लेकर विपक्ष भाजपा सरकार पर हम’लावर नजर आ रहा है. प्रियंका से लेकर अखिलेश और केजरीवाल हर कोई अब सवाल उठा रहा है. प्रियंका ने कहा- चंदे का दुर’पयोग करना पा’प है. तो अब प्रियंका के बयान पर भाजपा नेता कपिल मिश्रा (kapil Mishra) ने पलट’वा’र किया।

वहीं आपको बता दें कि, इन आरो’पों पर रामजन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भी सफाई दी है. उन्होंने इसे राजनीतिक सा’जिश बताते हुए पलट’वा’र किया। उन्होंने बकायदा एक लिखित बयान जारी कर इन आरोपों को ख़ा’रिज किया और 2 करोड़ की जमीन कैसे 18 करोड़ में हुई इसका खुलासा किया।

कपिल मिश्रा का प्रियंका पर पल’टवा’र

प्रियंका गांधी ने भी राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर जमीन के सौ’दे में कथि’त भ्र’ष्टा’चार के दावे का हवा’ला देते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि राम मंदिर के लिए मिले चंदे का दुरु’पयोग करोड़ों लोगों की आस्था का अप’मान और अ’धर्म है.

प्रियंका के इस बयान पर अब दिल्ली भाजपा के नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra takes on Priyanka Gandhi) ने पलटवार किया है. कपिल मिश्रा ने प्रियंका के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- क्या आपने दिया था चंदा ? यदि नहीं तो आपके पेट में दर्द क्यों? वहीं अब लोग भी इस ट्वीट पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. आपको बता दें कि, प्रियंका ने इस क’थित हेर’फेर मामले को लेकर कहा था- करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति के चलते भगवान के चरणों में चढ़ावा चढ़ाया। उस चंदे का दुरु’पयोग अ’धर्म है, पा’प है, उनकी आस्था का अप’मान है। उनका यह ट्वीट काफी चर्चा में बना हुआ है. कुछ उनका समर्थन कर रहे तो कुछ उनकी काफी आलोचना करते नजर आ रहे हैं.

चंपत राय ने आरो’पों को बताया राजनीतिक सा’जिश

आपको बता दें कि, मंदिर जमीन खरीद में हेर’फेर के आरो’पों को पूरी तरह से चंपत राय ने ख़ा’रिज किया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने नेताओं पर जमकर पलटवा’र किया। उन्होंने इन आरो’पों को राजनीतिक सा’जिश बताया है।

चंपत राय ने कहा है कि मंदिर के लिए खरीदी जा रही जमीनें बाजार से बहुत कम रेट पर ली जा रही हैं। अब तक मंदिर के लिए खर्च हुए एक-एक पैसे का हिसाब रिकॉर्ड पर है। चंपत राय ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक लिखित बयान जार किया है. इसमें बताया कि, यह विपक्ष के लोगों की सा’जिश है जिससे राम मंदिर निर्माण में देरी हो जाए और काम रुक जाये।

जाने 2 करोड़ की जमीन 18.5 करोड़ में कैसी मिली

विपक्ष के नेताओं द्वारा लगाए गए आरोप पर ट्रस्ट का कहना है कि सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने करीब 10 साल पहले ही बाग बिजेसर की जमीन कुसुम पाठक और हरीश पाठक से खरीद ली थी। तब के हिसाब से इसका रेट दो करोड़ तय कर लिया था। इसकी रजिस्ट्री भी करा ली थी।

जब मंदिर ने इस जमीन को खरीदने की इच्छा जताई तो सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने पाठक परिवार से इस जमीन का बै’नामा तय रेट पर 18 मार्च 2021 को कराया। फिर उसे आज की रेट के हिसाब से मंदिर ट्रस्ट को बेचा। इसमें कहीं से भी कोई घो’टाला और हेरा’फेरी नहीं है। ये केवल राम भक्तों को गुम’राह करने के लिए सा’जिश है।

आप नेता संजय सिंह ने लगाए गं’भी’र आरोप

संजय सिंह ने एक लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी. उन्होंने कहा था कि यह सीधे-सीधे मनी लॉ’न्ड्रिंग का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराये.

वहीं, समाजवादी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे और अयोध्या के पूर्व विधायक पवन पांडे ने भी अयोध्या में राय पर भ्र’ष्टा’चार के ऐसे ही आरोप लगाए और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की. चंपत राय ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस तरह के आरो’पों से नहीं ड’रते और इन आरो’पों का अध्ययन करेंगे.

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