कंगना पर फिर भ’ड़के केआरके, पंजाब पुलिस से पूछा- अब तक अभिनेत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई..

बेहद विवा’दित बयानों की वजह से सुर्ख़ियों में बनी कंगना की मु’श्कि’लें लगातार बढ़ती नजर आ रही हैं. लेकिन वह हैं कि, समझने का नाम नहीं ले रहीं. कृषि कानून, किसानों, आजादी के बाद अब अभिनेत्री ने सिख समुदाय को लेकर कुछ ऐसा कह दिया जिससे उनके खिलाफ जब’र’द’स्त विरोध देखने को मिल रहा है. कंगना के बयान पर आप’त्ति जताते हुए सिख समुदाय के कुछ संगठनों ने उनपर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

इसी बीच अब केआरके ने भी कंगना के इस बयान पर काफी नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई करने की मांग की है.

Kangana takes on Hrithik roshan

बता दें कि, आजादी वाले बयान को लेकर कंगना के खिलाफ कई केस दर्ज हो चुके हैं. लेकिन ऐसा लग रहा है कि, अभिनेत्री इससे बेफिक्र हैं और उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता नजर आ रहा है.

मानों वो बिलकुल आस्वस्त हैं कि, उनपर कोई क़ानूनी कार्रवाई नहीं होगी. इसी वजह से वह लगातार अप’मान’जनक और विवा’दित बयान देती जा रही हैं.

सिख समुदाय पर कंगना की विवादित पोस्ट

जाहिर है कंगना पिछले कुछ दिनों से लगातार विवा’दों में घि’री हुई हैं. आम जनता से लेकर बड़ी हस्तियां हर कोई कंगना को फ’ट’कार लगाता नजर आया. पहले आजादी को लेकर अभिनेत्री ने बेहद ही अप’मान’जनक और विवा’दित बयान दिया.

हाल ही में कंगना ने इंस्टाग्राप पर कुछ स्टोरी लिखी थी. जिसमे उन्होंने सिख समुदाय और इंद्रा गांधी को लेकर बहुत गलत बयानबाजी की थी. इस पोस्ट के बाद से सिख समुदाय कंगना पर काफी नाराज है. इस बयान को लेकर केआरके ने भी काफी नाराजगी जताए हुए कार्रवाई की मांग की है.

केआरके ने की कंगना पर कार्रवाई की मांग

जी हां केआरके ने अपने ट्वीट में लिखा- कंगना खुलेआम मा’र का’ट की बात कर रही है, फिर भी कोई कानून नहीं जो उनपर लागू हो. ऐसे कैसे? कमाल ने पंजाब पुलिस और मुंबई पुलिस को टैग करते हुए पूछा- अगर ऐसा पोस्ट कोई और करता तो जेल में होता. सबके लिए एक कानून क्यों नहीं है. यह सही नहीं है!

केआरके का यह ट्वीट भी अब चर्चा में बना हुआ है. यानी एक तरह से केआरके ने कंगना के पोस्ट को लेकर उनपर कार्रवाई करने और जेल भेजने की बात कही.

तो उधर कंगना के बयान को देश’द्रो’ही और अप’मान’जनक बताते हुए सिख निकाय ने शनिवार को उसके खिलाफ पुलिस शिकायत भी दर्ज की.

राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में डीएसजीएमसी और शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि रनौत 1984 के सिख विरो’धी दं’गों के संदर्भ में “जानबूझकर सिखों को उक’सा रहे हैं”,

उन्होंने कहा, “वह इस सम्मान की पात्र नहीं हैं. वह भारत की भावना का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं जो सभी के लिए सद्भाव और अच्छाई पर आधारित है. सामाजिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, किसानों, सिखों और स्वतंत्रता सेनानियों का अप’मान करने के लिए पद्मश्री को उनसे तुरंत वापस ले लिया जाना चाहिए।”

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