कांग्रेस का बड़ा आरोप- लाल किले पर जो कुछ हुआ उसके लिए अमित शाह जिम्मेदार..अब वह इस्तीफा दें

गणतत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुए हंगा’मा को लेकर सियासी हल’चल काफी तेज हो गई है. आम लोगों के साथ ही खुद किसान नेता भी अब इसको लेकर चिं’ता जाहिर कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी से लेकर शिवसेना और अखिलेश के बाद अब कांग्रेस ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली में हुए प्रद’र्शन और हं’गा’मे पर भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है. यही नहीं कांग्रेस ने तो गृह मंत्री को ही इसका जिम्मेदार बताते हुए उनसे इस्तीफा मांग लिया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep surjewala takes on Amit shah) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अमित शाह पर आरोप लगाया और पीएम से अपील की कि, वह अब गृह मंत्री का इस्तीफा लें.

बता दें कि, लाल किले पर प्रद’र्शनका’रियों ने जो कुछ भी किया उसको लेकर किसान नेताओं में भी काफी नाराजगी है. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बड़ा एलान करते हुए कहा अब हम इस आंदोलन में शामिल नहीं है.

सुरजेवाला बोले- अब अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा- ‘किसान आंदोलन की आ’ड़ में हुई सुनियोजित हिं’सा के लिए गृहमंत्री अमित शाह जिम्मेदार है. उन्हें एक पल भी पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें तुरंत बर्खा’स्त करे वरना साबित होगा कि पीएम भी गृहमंत्री के साथ इसमें शामिल थे. सुरजेवाला आगे कहते हैं- दीप सिद्धू और उसके साथी कैसे लाल किले में दाखिल हुए, वो सिद्धू जो प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के साथ तस्वीरें खिंचवा के सार्वजनिक करता रहा, क्यों नहीं उसे वहीं उसी वक्त गिरफ्तार किया गया? साफ है किसान आंदोलन को बद’नाम करने की सा’जि’श थी.’

सुरजेवाला ने आगे कहा, ‘क्या मोदी सरकार, गृहमंत्री और प्रशासन की कोई जिम्मेदारी नहीं? अमित शाह के इशारे पर दिल्ली पुलिस उन लोगों के खिलाफ मुक’दमा दर्ज करने की बजाय किसानों पर मामले बना रही है. सुरजेवाला ने कहा यह आंदोलन तो पिछले 60 दिनों से चल रहा है, अब तक कुछ नहीं हुआ. तो गणतत्र दिवस के मौके पर ऐसा क्या हो गया इस आंदोलन में अचानक कौन घुस आया जो ऐसा हंगा’मा हुआ.

सुरजेवाला का बयान सुनने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://twitter.com/ANI/status/1354418299040227331

भारतीय किसान यूनियन ने खत्म किया आंदोलन

दिल्ली-नोएडा स्थित चिल्‍ला बॉर्डर पर धरना दे रहे भानू गुट ने भी धरना ख’त्‍म करने का एलान कर दिया है। दोनों ही गुटों ने लाल किले पर दूसरे रंग का ध्‍वज फहराए जाने के विरो’ध में आंदोलन को खत्‍म किया है। भानू गुट ने इसे गलत बताते हुए धरना ख’त्‍म करने के लिए कोर कमेटी की बैठक जिसके बाद यह धरना खत्‍’म किया।

भारतीय किसान यूनियन ने खत्म किया आंदोलन

भानु ग्रुप चिल्ला बॉर्डर पर बैठा था जिन्होंने लाल किले में हुए हंगा’मे पर नाराजगी जताते हुए इस आंदोलन को खत्म करने का एलान किया है. हालांकि उन्होंने कहा कि, कृषि कानून के खिलाफ उनकी ल’ड़ा’ई जारी रहेगी। वह खत्म नहीं हुई है, बस उन्होंने अपना आंदोलन खत्म किया है और पीछे हटने की बात कही है.

किसान नेता वीएम सिंह ने भी की घट’ना की निंदा

इधर गाजीपुर बॉर्डर पर किसान नेता वीएम सिंह ने प्रेस वार्ता कर कहा कि, बुधवार को आज गाजीपुर बॉर्डर पर से हट जाएंगे। राष्ट्रीय किसान आंदोलन संगठन अब इस आंदोलन का हिस्सा नहीं है। कल की हिं’सा की निंदा करते हुए कहा कि जो भी इसके जिम्मेदार हैं उन सभी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

ऐसे में अब दो बड़े किसान नेताओं द्वारा आंदोलन को खत्म करने के एलान के बाद हल’चल काफी तेज हो गई है. अब ऐसी चर्चाये जोरों पर हैं कि, किसान नेताओं में आपस में ही अब तालमेल नहीं रहा और लोग एक दूसरे पर ही नाराजगी जता रहे हैं. बहरहाल अब आगे देखने होगा कि, आखिर अन्य किसान नेता भी क्या कोई बड़ा निर्णय लेते हैं.

संजय राउत ने पूछा अब किसका इस्तीफा मांगा जाएगा?

ट्रैक्टर परेड के बीच हुए हं’गा’मे को लेकर सियासी बयानबाजी भी काफी हो रही है. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एक एक बाद कई ट्वीट कर केंद्र सरकार पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि, कानून लोगों के लिए बनाए जाते हैं, अगर लोग खुश नहीं हैं तो ये कानून किसके लिए हैं? आज हुई हिं’सा का जिम्‍मेदार कौन है? उन्‍होंने कहा कि यदि कोई और सरकार होती तो उससे तुरंत इस्‍तीफा मांगा जाता, कानून व्‍यवस्‍था कौन देख रहा है? उन्‍होंने सत्‍तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए कहा कि अब ममता बनर्जी या उद्धव ठाकरे का इस्‍तीफा मांगें.

लाल किले पर हुए हंगामे पर संजय राउत का आया बयान

राउत ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘दिल्ली में कानून-व्यवस्था बा’धित हो गई है. यह सरकार की विफलता है. इस अरा’जकता के लिए, दिल्ली में कदम उठाए गए. वो किससे इस्तीफा मांगेंगे? सोनिया गांधी, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार या जो बाइडन? इस मामले पर इस्तीफा ..इस्तीफा दिया जाता है साहब..’ बता दें कि, राउत ने तीन ट्वीट किये हैं जिसमे एक मराठी में है और दो अन्य हिंदी में किये हैं. उन्होंने इस हं’गा’मे को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि, वह किसानों की बात नहीं मान रही और अपने अहंकार में बैठी है.

किसानों का समर्थन करते हुए सरकार पर साधा निशाना

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि, हम किसानों की मांग के साथ हैं और शांतिपूर्ण आंदोलन का समर्थन करते हैं. लेकिन दिल्‍ली में हुई हिं’सा की निंदा करते हैं.’ उन्‍होंने कहा कि यदि किसान नेताओं ने सरकार से शांतिपूर्ण प्रदर्शन का वादा किया था तो उसे पूरा करना चाहिए था.’

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