गरीबों के मसीहा, सुपरहीरो बन चुके सोनू सूद का सेवा भाव का कार्य लगातार जारी है. वह आम जनता की परेशानी दूर करने के लिए दिन रात लगे हुए हैं. छात्रों को पढ़ाई कराने से लेकर लोगों को रोजगार उपलब्ध करने तक के लिए तत्पर नजर आते हैं. जनता भी उनके पास मदद की गुहार लेकर जाती है और सोनू बिना निराश किये हर संभव मदद की कोशिश करते हैं.
आज सोनू भरोसे का एक ऐसा नाम बन चुके हैं कि, देश के कोने कोने से लोग उनके पास आते हैं. कुछ सोशल मीडिया के माध्यम से मदद मांगते हैं तो कुछ उनके मुंबई स्थित घर के बाहर ही पहुंच जाते हैं.

अभिनेता सोनू आज जन जन के दिल में घर कर गए हैं. लोगों को किसी भी तरह की मदद चाहिए होती है तो वह सबसे पहले सोनू को ही याद करता है. सोनू भी निराश नहीं करते और मदद का पूरा प्रयास करते हैं.
बता दें कि, सोनू ही नहीं बल्कि उनकी बहन भी सेवा भाव का कार्य करती हैं. हालांकि वह भाई की तरह इतने बड़े स्तर पर नहीं करती हैं. लेकिन अपने गृह जिले मोगा में जरूरतमंदों की मदद करने से लेकर भोजन की व्यवस्था करने का कार्य करती हैं.

सोनू समय समय पर दिल छू लेने वाले बातें भी करते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने एक ट्वीट किया जो काफी चर्चा में बना हुआ है. वैसे भी सोनू आज एक बड़ा नाम बन चुके हैं. इंडस्ट्री में आने के बाद से उन्हें जितना नाम नहीं मिला वह उनके सेवा कार्य ने महज दो सालों में दिला दिया. आज सोनू देश विदेश तक बड़ा नाम बन चुके हैं.
इसी बीच सोनू ने गरीबों की मदद को लेकर बड़ी बात कही. सोनू ने अपने ट्वीटर पर लिखा- कामयाबी की गाड़ी की रफ्तार इतनी तेज़ मत कर लेना कि ग़रीब का स्टेशन निकल जाए और तुम्हें पता भी नहीं चले. अब उनका यह ट्वीट काफी सुर्ख़ियों में बना हुआ है और लोग भी लगातार इसपर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे.

आपको बता दें कि, सोनू की सेवा भाव ने ही आज उनको जनता का मसीहा और भगवान तक बना दिया है. कई शहरों में लोग उनके नाम का मंदिर तक बना रहे हैं. लोगों का कहना है कि, सोनू उनके लिए भगवान ही हैं क्योंकि उन्होंने हर जरूरतमंद की मु’सी’बत के समय में मदद की है.
हाल ही में भी एक मामला सामने आया था. तेलंगाना में भी कुछ लोगों ने सोनू की मूर्ति स्थापित कर उनके नाम का मंदिर बना दिया था.

वहीं लगातार कई शहरों में लोग अपने व्यापार और दुकान भी सोनू के नाम पर ही खोल रहे हैं. सोनू बिलकुल जिम से जुड़े हुए अभिनेता हैं जिसकी वजह से आम जन तक उनकी बहुत गहरी पहुंच हो गई है और लोग उन्हें मसीहा कहने लगे हैं.