लॉकडाउन: अपने 1 साल के पुत्र के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाया बॉर्डर पर तैनात सिपाही

देश भर में 21 दिनों का लॉक डाउन (LockDown) जारी है. इसी बीच कई हैरान करने वाले और दिल को झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. मजदूर और कमजोर वर्ग के लोग लॉक डाउन होने से काफी परेशान हैं. इसी बीच झारखण्ड (Jharkhand) से एक बेहद हैरान करने वाली खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि, नेपाल बोर्डर पर तैनात एसएसबी का एक सिपाही (SSB constable) अपने इकलौते बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल होने नहीं आ पाया।

ऐसे में व्यक्ति ने वीडियो कॉल के जरिये अपने बेटे के अंतिम दर्शन किये और फूट-फूट कर रो पड़ा. इस खबर के सामने आने के बाद हर कोई बेहद हैरान है और लोगों की आंखें नम हो गई हैं.

वीडियो कॉल के जरिये किये बेटे ने अंतिम दर्शन

लॉक डाउन (Lock down) होने के बाद से देश के अलग-अलग शहरों से परेशान करने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. इसी बीच अब एक पिता की बेहद दुखद खबर सामने आई है जो अपने बेटे के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाया. भास्कर क रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड के घोटपाल गांव के रहने वाले राजकुमार नेताम एसएसबी में हवलदार (SSB constable) हैं। वे इन दिनों नेपाल बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे हैं। राजकुमार 14 सालों से परिवार से दूर रहकर देश की सेवा कर रहे हैं। उनके दो बेटियां हैं और एकलौता पुत्र था. यह बेटा 1 साल है था जिसको लंबे समय से ट्यूमर की प्रॉब्लम थी. जनवरी में राजकुमार घर आये थे और बेटे का इलाज करवाया था, जिसके बाद वह बिलकुल स्वास्थ्य हो गया था.

लेकिन अचानक बीते बुधवार को अचानक उसकी फिर तबियत बिगड़ी जिसके बाद परिजन उसे अस्पताल ले गए. यहां पर इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बेटे की खबर लगते ही राजकुमार ने घर आने की कोशिश की, लेकिन लॉक डाउन की वजह से वह नहीं आ सके और अंतिम बार अपने बेटे के दर्शन भी नहीं कर पाए. इसके बाद उन्होंने वीडियो कॉल के जरिये उसके अंतिम दर्शन किये और माफ़ी मांगी.

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